उत्तर प्रदेश/पेरिस। मे पैरालिंपिक गेम्स में भारत की अवनी लेखरा ने देश को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग की SH1 कैटेगरी में पैरालिंपिक रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल जीता। उन्होंने 249.7 स्कोर किया। जबकी कोरिया की युनरी ली को सिल्वर मिला, उनका स्कोर 246.8 रहा। देश को पहले मनु भाकर और नीरज चोपड़ा से ये उम्मीद थी । लेकिन देश की उम्मीदो पर दोनो ही खिलाडी खरा नही उतर सके है। हालाकि,दोनो खिलाड़ियो ने मेहनत खूब की थी। जहां नीरज चोपड़ा ने भारत को सिल्वर मेडल दिलाया । तो वही मनु मे कांस्य । लेकिन अवनी से जो लोगो की उम्मीदे थी वो उन उम्मीदो पर खड़ी उतरी और गोल्ड गर्ल बन गई। अवनी राजस्थान की रहने वाली है। अवनी की यह जीत ऐतिहासिक भी है क्योंकि, उन्होंने नया पैरालंपिक रिकॉर्ड कायम कर दिया है।
ग्यारह वर्ष की उम्र में कार दुर्घटना मे अवनी खोया पैर
बता दे कि, अवनी जब ग्यारह साल की थी तो एक कार हादसे का शिकार हो गई थी । जिस कारण उनके कमर से नीचे के हिस्सा काम नही करता था और वो पैरालाइज हो गई । जिस कारण वो व्हीलचेयर पर निर्भर हैं। लेकिन बाकी लड़कियो की तरह अवनी ने हार नही मानी वो लगातार अपने सपनो को लेकर कड़ी मेहनत करने लगी। वह टोक्यो पैरालम्पिक 2021 निशानेबाजी में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज भी है। लेकिन अब उन्होने दुनिया मे अपना एक नया रिकॉड कायम कर लिया है और वो रिकॉड है पैरालिंपिक मे गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम विश्व मे उचां करने का । अब तो लोग अवनी को गोल्ड गर्ल के नाम से पुकार रहे है। आखिर कार हमारी अवनी किसी से गोल्ड कम लगती भी तोे नही है।