उत्तर प्रदेश/लखनऊ। बुधवार को पूरा यूपी तीज पर्व मना रहा है। हरतालिका तीज का व्रत शिव-पार्वती के पवित्र प्रेम का प्रतीक है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और कुवांरी कन्याएं मनचाहा वर पाने की इच्छा से व्रत करती हैं। कामना पूरी करने के लिए प्रार्थना भी करती है।
हिन्दू धर्म का प्रमुख पर्व हरतालिका तीज आज बड़ी ही खुशियों के साथ मनाया जा रहा है। इस व्रत के रखने से सुहागिन महिलाओं को पति की लंबी आयु और कुवांरी कन्याओं को मनचाहा वर पाने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही लोगों पर भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष कृपा बनी रहती है। इस व्रत के करने से लोगों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है और जो भी परेशानियों से जूझ रहा होता है। उन्हें सभी कष्टों से छुटकारा मिलता है।
पंचांग के अनुसार
भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि की 05 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर शुरू हुई और 06 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 21 मिनट पर खत्म होगी। उदयातिथि के अनुसार,हरतालिका तीज का व्रत 06 सितंबर को किया जाएगा। इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 02 मिनट से सुबह 08 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में उपासना करने से साधक को दोगुना फल की प्राप्ति होती है।
हरतालिका तीज पूजा विधि
हरतालिका तीज के दिन सबसे पहले पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें। फिर शिवलिंग को गंगाजल से स्नान कराएं और फिर दूध,दही,घी,शहद और गंगाजल से अभिषेक करें। जिसके बाद माता पार्वती की मूर्ति को सिंदूर, बिंदी,मेहंदी आदि से सजाएं। माता पार्वती को लाल रंग के वस्त्र चढ़ाएं,माता पार्वती को गंगाजल,दूध,दही,शहद और चंदन से स्नान कराएं। साथ ही माता पार्वती को सोने,चांदी या मोतियों के आभूषण पहनाएं। फिर दीपक जलाकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के साथ शिव और पार्वती के मंत्रों का जाप भी करें। आरती उतारकर भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद लें।
इन चीजों का लगाएं भोग
हरतालिका तीज का व्रत शिव-पार्वती के पवित्र प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए विशेष भोग लगाया जाता है। हरतालिका तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती को क्या-क्या भोग लगाया जाता है और किन चीजों को शामिल किया जाता है? फल जैसे केला,सेब,अंगूर,संतरा,आम आदि भगवान शिव और माता पार्वती को बहुत प्रिय हैं। मिठाई खीर,मठरी,गुजिया,पेड़ा,बर्फी आदि मिठाईयां भोग के लिए बनाई जाती हैं। दूध को शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है। पान भी भगवान शिव को अर्पित किया जाता है। ककड़ी का हलवा हरतालिका तीज का विशेष भोग है। सुखी मेवे बादाम,काजू,पिस्ता आदि सुखी मेवे भी भगवान को अर्पित किए जाते हैं।
भोग लगाने का सही नियम
भगवान शिव और माता पार्वती को भोग लगाते समय मन शुद्ध होना चाहिए। पूजा करते समय भोग हमेशा साफ-सुथरे बर्तन में ही रखना चाहिए। भोग को भगवान के सामने रखकर आरती उतारें। हरतालिका तीज के दिन व्रत रखने वाली महिलाएं भोग के बाद ही अपना व्रत तोड़ें। हरतालिका तीज का व्रत हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। इस दिन महिलाएं शिव-पार्वती की पूजा करती हैं और अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना करती हैं। हरतालिका तीज का व्रत बहुत ही पवित्र माना जाता है।