देव और वसुधा की हो गई शादी, लेकिन किसी को नहीं हुआ मालूम,क्या होगा इस कहानी का नया अध्याय?
लोगों के द्वारा वसुधा और देव की कहानी को इस समय बहुत ही पसंद किया जा रहा है। वसुधा की कहानी का माध्यम चंद्रिका, एक स्व-निर्मित व्यवसायी महिला, और वसुंधरा, एक भोली-भाली गाँव की लड़की, की विपरीत दुनियाओं के टकराव पर आधारित है
lucknow
11:32 PM, Oct 14, 2025
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SKETCH BY - GOOGLE
उत्तर प्रदेश।लोगों के द्वारा वसुधा और देव की कहानी को इस समय बहुत ही पसंद किया जा रहा है। वसुधा की कहानी का माध्यम चंद्रिका, एक स्व-निर्मित व्यवसायी महिला, और वसुंधरा, एक भोली-भाली गाँव की लड़की, की विपरीत दुनियाओं के टकराव पर आधारित है । जैसे-जैसे वसुंधरा, चंद्रिका के कठोर, उच्च-स्तरीय जीवन में स्वीकृति चाहती है, उनकी परस्पर विरोधी विचारधाराएँ व्यक्तिगत विकास, भावनात्मक संघर्ष और अप्रत्याशित संबंध की एक यात्रा को जन्म देती हैं। लोगों को वसुधा बहुत ही ज्यादा आ रही है।
लोगों को कर रहा है प्रभावित
जब वसुधा सीरियल को चालू किया गया था तब लोगों पर वसुधा. सीरिअल का कुछ खास प्रभाव नहीं पड़ा था। लेकिन अब यह लोगों को प्रभावित कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शो 'वसुधा' जनता के बीच मिलाजुला है, जिसमें कुछ लोग शो को पसंद करते हैं, जबकि कुछ दर्शक इसे पसंद नहीं करते हैं। कुछ लोग शो की कहानी और इसके किरदारों की सराहना करते हैं, वहीं अन्य लोग शो के समय बदलने और कुछ अभिनेताओं के शो छोड़ने की वजह से नाखुश हैं।
हनुमंत वसुधा को जा रहा था देव का टूटा दिल
चौहान घर को हनुमंत और वसुधा छोडकर जा ही रहे होते है। मगर तभी वहां पर पूरा चौहान घर आ जाता है। सब मिलकर रोकने की बहुत ही कोशिश करते है। लेकिन हनुमंत वसुधा को लेकर चला जाता है। देव को जब यह बात पता चलती है। तब वो बहुत टूट जाता है। वो कहता है कि,मेरा प्यार हार गया। तब आवी कहता है जाओ दादा वसुधा को लेकर आओ। देव कहता है कि,किस हक से लेकर आओ वसुधा को उसके पिता अपने साथ ले गए है। जब आवी बता देता है कि,वो जो नाटक वाली शादी हुई थी तब से ही वसुधा आपको पति मानती है। आप पति होने के हक से जाईये।
देव ने शादी की बात को लेकर बोला झूठ
देव वसुधा और हनुमंत को रोकने के लिए जाता है और कहता है कि,आपका बहुत हो गया। अब आप मेरे साथ घर चलिए। हनुमंत कहता है हम लोग आपके साथ कही पर भी नही जाएंगे। तब देव कहता है कि,चंद्रिका हमारी शादी के लिए मान गयी है। तब हनुमंत को विश्वास नही होता है।लेकिन देव उसको बताता है कि,इस मां साह ने समरोह शादी में घर की शादी करवाने की का फैसला लिया है। तब हनुमंत और वसुधा चंद्रिका के सामने आते है। तब चंद्रिका कहती है कि,तुम वसुधा की चिंता मत करो वो अब हमारी जिम्मेदारी है। हनुमंत आगे कुछ बोल पता उसी से पहले चंद्रिका सबको शादी की तैयारी करने को बोल देती है। लेकिन असली मैं देव ने झूठ बोला होता है।
देव और वसुधा की हो गई शादी
देव अपनी माँ को बिना बताए वसुधा के साथ शादी कर लेता है। लेकिन वसुधा यह सब कुछ नहीं करना नहीं चाहती मगर देव की जान बचाने के लिए वो मान जाती हैं। देव के पिता को सब कुछ पता चल जाता है। जिसकी वजह से उनकी तबीयत खराब हो जाती है। वो देव और वसुधा से बहुत ही गुस्सा होते हैं। वो कहते हैं कि, जब चंद्रिका को यह सारी बातें पता चलायेगी तब वो तुम दोनों को कभी भी माफी नहीं देंगी। देव अपने पिता को सब बता देता है कि, उसने अखिर वसुधा से शादी इस तरह क्यूँ की है। लेकिन तभी भी देव के पिता कहते हैं कि, तुम लोगों ने गलत किया है। अब देखना वाली बात होगी कि, क्या होगा वसुधा और देव के इस कदम का अंजाम।