वसुधा की जान पर बनी हुई देव तो प्यार की दुनिया मे खोया हुआ,क्या देव और वसुधा हो पाएगे एक
वसुधा सीरियल की तो अब हर एक घर मे चर्चा हो रही है। वसुधा के किरदार को लोगो के द्वारा बहुत ही पसंद किया जा रहा है। जब से वसुधा और देव की लवस्टोरी की शुरूआत हुई है। तब से जनता ने इस सीरियल को और भी ज्यादा देखना शुरू कर दिया है। यह सीरियल जब शुरू किया गया था। तब वसुधा के किरदार को कुछ खास जवाब नही दिया गया। लेकिन अब देर से ही सही लेकिन वसुधा ने लोगो को अपनी आकर्षित किया है।
lucknow
7:46 PM, Sep 16, 2025
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SKETCH BY - GOOGLE
उत्तर प्रदेश। वसुधा सीरियल की तो अब हर एक घर मे चर्चा हो रही है। वसुधा के किरदार को लोगो के द्वारा बहुत ही पसंद किया जा रहा है। जब से वसुधा और देव की लवस्टोरी की शुरूआत हुई है। तब से जनता ने इस सीरियल को और भी ज्यादा देखना शुरू कर दिया है। यह सीरियल जब शुरू किया गया था। तब वसुधा के किरदार को कुछ खास जवाब नही दिया गया। लेकिन अब देर से ही सही लेकिन वसुधा ने लोगो को अपनी आकर्षित किया है। वसुधा के किरदार को देखकर लडकियो को अपने जीवन में कुछ नया करने की प्रेरणा मिली हैं। खासतौर पर गांव की लडकियो को अपने जीवन में कुछ भी कर दिखाने की राह को वसुधा के किरदार ने रास्ता दिखाया है।
देव और वसुधा की लवस्टोरी के बीच आया नया मोड
देव के द्वारा वसुधा को प्रपोज करने के बाद कहानी में एक प्यार — सा मोड आया है। वसुधा अपने दिल से बहुत खुश होती है कि,देव भी उससे ही प्यार करता है। क्याकि,वसुधा तो पहले से ही देव को अपना प्यार,पति सबकुछ मान चुकी है। लेकिन देव और वसुधा की लवस्टारी में मुश्किलो का आना तो कम ही नही होता है। देव वसुधा से प्यार करता है वो अपनी मां चंद्रिका को बताने के लिए आवी और दिव्या के साथ प्लान बनाता है। लेकिन देव अपनी मां से वसुधा के बारे में बताता। उससे पहले किसी ने वसुधा और देव की कुछ फोटो अखबार में छाप दी कि,देव और वसुधा एक — दूसरे से बहुत ही प्यार करते है। जो कि,सच्चाई भी है। लेकिन जब देव को यह बात पता चलती है। तब देव बहुत ही डर जाता है। देव नही चाहता था कि,मां को यह सार बाते ऐसे पता चले।
देव चंद्रिका से वसुधा के बारे में बात कर पाता कि, पहले ही मचा बवाल
चंद्रिका उस अखबार के ऑफिस में जाती है। वो देव और वसुधा को वहां पर आने को कहती है। चंद्रिका कहती है कि,आप लोगो को शर्म नही आती है कि,आप अपने अखबार को बढाने के लिए कुछ भी छाप देगे। आपके के अखबार को लोगो के द्वारा पढा जाता है उस विश्वास के साथ कि,आप उनको सच्चाई से अवगत कराएगे। लेकिन आप लोग तो यहां पर कुछ भी गलत छापने में लगे हुए है। वसुधा और देव जब आ जाते है। तब चंद्रिका कहती है कि,इन दोनो के बीच सिर्फ दोस्ती है। लेकिन आप लोगो ने अपने अखबार कितना गलत छापा है। आप इन दोनो से जो पूछना चाहते है वो आप पूछ सकते हैं तब वहां पर पत्रकारो के द्वारा वसुधा और देव से इन दोनो के रिश्ते पर कई सारे सवाल उठाने लगते है। तब चंद्रिका देव से कहती है कि,बताओ देव यह फोटो कब की है। तब देव कहता है कि,जब मैं वसुधा मंदिर गए थे। तब वसुधा गिरने वाली थी। जिस पर मैंने उसको सहारा दिया। बस जैसे की आप लोग जानते है कि,हम दोनो दोस्त है। उससे आगे देव कहना वाला ही था कि,वो वसुधा से प्यार करता है। लेकिन तभी चंद्रिका बोलती है कि,सुना आप सब ने वसुधा और देव सिर्फ दोस्त है बस और कुछ नही।
चंद्रिका को वसुधा और देव के रिश्ते को लेकर हुआ संदेह
वसुधा से पत्रकार सवाल पूछने लगते है कि,क्या आप का देव केे द्वारा शोषण किया जा रहा है। तो आप सबकुछ बिना डरे बता सकती है। जिस पर वसुधा गुस्सा होकर कहती है कि,आप लोग यह सब क्या गलत बोलते जा रहे है। यह तो मेरा मंदिर है मुझे किसी से कोई खतरा नही है। देव और मैं सिर्फ दोस्त है। जिसके सारे लोग घर के लिए रावाना होते है।घर आकर चंद्रिका सब को आराम करने के लिए अपने — अपने कमरे में भेज देती है। चंद्रिका को भी अब वसुधा और देव की नज़दीकी अच्छी नही लगती है।वही देव की सुरक्षा के लिए घर में पूजा होती है। लकिन देव की चाची वसुधा को धक्का मार कर पूजा को खराब कर देती है। जिससे वसुधा पर चंद्रिका बहुत गुस्सा होती है। वसुधा को भी मन ही मन बहुत ही बुरा लगता है कि,उसने अपने ही पति की सुरक्षा वाली पूजा को खराब कर दिया। आवी की पत्नी दिव्या मां बानने वाली होती है। जिसको लेकर घर में बहुत ही खुशिया होती है। लेकिन किसी वजह से दिव्या का बच्चा गिर जाता है। तब पंडित जी बताते है कि,उस दिन की पूजा खराब होने की वजह से आपके पूरे परिवार पर मौत का छाया है। इसीलिए आपके घर में यह सब हुआ है। जिसके बाद चंद्रिका इस का उपाय पूछती है। लेकिन पंडित जी को यह उपाय पता होने के बाद भी वो कहने के लिउ सोचते है।
आखिर क्या वसुधा को देव हमेशा के लिए खो देगा
वसुधा पंडित जी से पूछती है कि,कोई उपाय तो होगा कि,जिससे इस परिवार में आए हुए काल का काट निकल सके। तब पंडित जी वसुधा को बताते है कि,पूजा तुम्हारी वजह से खराब हुई थी। अगर तुम पूजा मे खुद की जान की कुरबानी दे दो। तो इस परिवार पर आए हुआ खतरा तुम्हारे सिर पर आ जाएगा। जिससे तुम्हारी मौत पक्की है। लेकिन वसुधा इस बात के लिए मान जाती है। जिसके बारे में किसी को पता नही होता है। लेकिन वसुधा की सारी बातो को उसकी मुंह बोली बुआ सुन लेती है। जिसके बाद वो वसुधा के पिता को सारी बात बता देती है। वसुधा का पिता बहुत ही दुखी होता है। लेकिन चंद्रिका के परिवार की सुरक्षा की बात को लेकर वो मान जाता है। वहां देव वसुधा के साथ पूरा जीवन बीतने के सपने देख रहा है। लेकिन वसुधा तो मरने को तैयार है। अब देखने वाली बात होगी कि,क्या वसुधा और देव की लवस्टोरी यही पर खत्म हो जाएगी।