स्वाद के चक्कर में सेहत पर पड न जाए बुरा प्रभाव,कही जीवन पर संकट तो नही !
लोगो के द्वारा खाना तो खाया जाता है मगर उनको उस खाने का कोई भी पोष्टिक शरीर मे नही लगता है। बहुत सारे लोगो को मालूम ही नही होता है कि,खाना सही तरीके साथ खाने के बाद ही लगता है वरना आप चाहे जितना भी खा लेंगे। मगर आपके शरीर में कुछ भी नही लगेगा। लोगो को जो स्वाद मे अच्छा लगता है वही खाना वो खाते है मगर उनको ऐसा नही करना चहिए
lucknow
4:17 PM, Nov 2, 2025
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SKETCH BY- GOOLGE
उत्तर प्रदेश। लोगो के द्वारा खाना तो खाया जाता है मगर उनको उस खाने का कोई भी पोष्टिक शरीर मे नही लगता है। बहुत सारे लोगो को मालूम ही नही होता है कि,खाना सही तरीके साथ खाने के बाद ही लगता है वरना आप चाहे जितना भी खा लेंगे। मगर आपके शरीर में कुछ भी नही लगेगा। लोगो को जो स्वाद मे अच्छा लगता है वही खाना वो खाते है मगर उनको ऐसा नही करना चहिए क्योकि,कई सारे स्वादिष्ट व्यंजन खाने मेे तो बहुत ही लोकप्रिय होते है लेकिन उनका प्रभाव बहुत ही बुरा होता है। वही दूसरी ओर बताया जाता है कि,कुछ खाने वाले व्यंजन ऐसे भी पाए जाते है जिन मे स्वाद भले ही उतना अच्छा नही होगा। मगर वो शरीर के बहुत ही ज्यादा लाभदायक होते है। लेकिन लोगो को अपनी सेहत की कोई चिंता ही नही होती हैै। तभी तो वो सिर्फ स्वाद के लिए अपनी सेहत को खतरे में डाल देते है।
क्या खाना आपकी सेहत के लिए है लाभदायक ?
लोगो को फल और सब्जियां खाना चहिए क्योकि,यह सबआलू, ब्रेड, चावल और पास्ता जैसे साबुत अनाज आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराने में मदद करते हैं और इनमें फाइबर अधिक होता है।दालें प्रोटीन और विटामिन का एक बेहतरीन स्रोत हैं।बादाम जैसे नट्स में हेल्दी फैट्स, विटामिन ई और कैल्शियम होता है, जो हृदय और हड्डियों के लिए फायदेमंद है।यह मांसपेशियों के निर्माण और समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो हृदय रोग और कुछ प्रकार के कैंसर से बचाते हैं।स्वस्थ भोजन के लिए पांचों खाद्य समूहों से विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाएं।अतिरिक्त नमक, चीनी और वसा से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें।केक, बिस्कुट और सॉफ्ट ड्रिंक जैसे प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन कभी-कभी और कम मात्रा में ही करें।घर का बना खाना सबसे सेहतमंद होता है। आप अपनी पसंद के अनुसार सामग्रियों को नियंत्रित कर सकते हैं। अपनी भोजन की आदतों को धीरे-धीरे बदलें, जैसे कि तला हुआ भोजन की जगह उबली हुई सब्जियां या सूप लेना शुरू करें।
क्या खाना आपको पडेगा बाद में भारी ?
कुछ लोग स्वाद के लिए और खुद को संतुष्टि देने के लिए अत्यधिक मीठे खाते है जो कि, चीनी का अधिक सेवन मोटापे और मधुमेह का प्रमुख कारण है।तले हुए भोजन से टाइप 2 मधुमेह, हृदय रोग और मोटापे का खतरा बढ़ जाता है।प्रोसेस्ड स्नैक्स, रेडी-टू-ईट मील और अल्ट्रा-प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में अक्सर अस्वास्थ्यकर वसा और सोडियम की मात्रा अधिक होती है। सफेद चावल, सफेद ब्रेड और पिज्जा जैसे खाद्य पदार्थ रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकते हैं। अधिक नमक और संतृप्त वसा जैसे मक्खन और कुछ लाल मांस में) उच्च रक्तचाप और हृदय रोग का कारण बन सकते हैं।इनमें नाइट्रेट्स होते हैं, जो शरीर की शुगर बनाने की क्षमता को बाधित कर सकते हैं।बहुत अधिक खाने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे गैस, सूजन और थकान हो सकती है और भोजन को बहुत ज्यादा पकाने से पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं।

