बीमारियों के चक्रव्यूह से कैसे करे खुद का बचाव, सही आदतो और नियमो से समस्या का समाधान !
लोगो के द्वारा अक्सर यही सवाल होता है कि,क्या करने से हम बिमार नही होंगे। क्योकि,कलयुग के युग मे बहुत ही कम उम्र में लोग लंबी बिमारियो से पीडित हो जाते है। बताया जाता है कि,लोगो की गलत दिनचार्य के कारण ही उनकी सेहत के साथ खिलवाड होता है। मगर हैरान करने वाली बात तो यह है कि,जो इन सब बातो से अंजान है उनकी तो कम गलती है। लेकिन जो इस बात से अंजान है वो जान — बूझकर ऐसी आदतो को नही छोड रहे है।
lucknow
3:06 PM, Nov 6, 2025
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SKETCH BY- GOOGLE
उत्तर प्रदेश। लोगो के द्वारा अक्सर यही सवाल होता है कि,क्या करने से हम बीमार नही होंगे। क्योकि, कम उम्र में लोग लंबी बिमारियो से पीडित हो जाते है। बताया जाता है कि,लोगो की गलत दिनचार्य के कारण ही उनकी सेहत के साथ खिलवाड होता है। मगर हैरान करने वाली बात तो यह है कि,जो इन सब बातो से अंजान है उनकी तो कम गलती है। लेकिन जो इस बात से अंजान है वो जान — बूझकर ऐसी आदतो को नही छोड रहे है। जो उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड कर रही है। यह सब ऐसे लोगो के साथ होता है जो बहुत ही ज्यादा लापवाह स्वभाव के होते है। उनको न तो अपने परिवार की चिंता है न तो अपनी सेहत की और न ही अपने भविष्य की चिंता होता है। लेकिन अगर आपको अपनी सेहत की चिंता है तो हम आपको जीवन बदलने वाली बातो से अवगत कराएंगे।
क्यो पड रहे है लोग जल्दी से बीमारियो से संक्रमित ?
लोग अक्सर पोषक तत्वों की कमी वाली चीजें खाने से प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में असमर्थ हो जाता है।पर्याप्त नींद न लेने से शरीर संक्रमण से लड़ने के लिए कम कोशिकाएं और एंटीबॉडी बनाता है, जिससे बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है।बचपन में कम कीटाणुओं के संपर्क में आने से प्रतिरक्षा प्रणाली उतनी मजबूत नहीं हो पाती, या आनुवंशिक रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है।हाथ न धोना और गंदगी के संपर्क में आने से बैक्टीरिया और वायरस आसानी से फैलते हैं और शरीर को संक्रमित कर सकते हैं।अत्यधिक तनाव प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर सकता है।
खुद को बिमारियो से कैसे बचा सकते है ?
बीमारियों से बचने के लिए खासकर खाना बनाने या खाने से पहले, शौचालय के बाद और छींकने या खांसने के बाद नियमित रूप से साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोएं।जब साबुन और पानी उपलब्ध न हो, तो कम से कम 60% अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें।अपने टूथब्रश, तौलिये, और अन्य व्यक्तिगत वस्तुओं को दूसरों के साथ साझा करने से बचें।विटामिन और खनिज से भरपूर फल, सब्जियां, साबुत अनाज और दालें खाएं।सप्ताह में कम से कम 30 मिनट के लिए मध्यम-तीव्रता वाली शारीरिक गतिविधि करें।हर रात 7-9 घंटे की आरामदायक नींद लें।योग और प्रकृति के साथ समय बिताना तनाव कम करने में मदद कर सकता है।कुछ बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण करवाएं।खांसते या छींकते समय अपनी कोहनी या टिशू का उपयोग करें। खांसने या छींकने के बाद हाथ धोना न भूलें।भीड़-भाड़ वाली जगहों पर और जब आप अस्वस्थ हों तो मास्क पहनने पर विचार करें।अपने घर में दरवाज़े के हैंडल, नल और अन्य सामान्य रूप से छुई जाने वाली सतहों को नियमित रूप से साफ करें।

