आपका भी बच्चा पढाई से ज्यादा मोबाइल फोन में समय बर्बाद करता है तो हो जाइए सावधान...
बच्चो की पढाई को लेकर हर घर में उनके माता पिता बहुत ही ज्यादा परेशान रहते है। बच्चो की शिक्षा सही ढंग से करने के लिए उनके परिवार के लोग खूब मेहनत करके उनके लिए सारी सुविधाओ की व्यवस्थाओ का इंतजाम करते है। लेकिन बच्चो का पढाई लिखाई में कम अन्य चीजो में ज्यादा ध्यान लगता हैं। यह विषय हर घर की चिंता का विषय बना हुआ है।
UTTAR PRADESH
10:53 AM, Jul 3, 2025
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उत्तर प्रदेश/लखनऊ:बच्चो की पढाई को लेकर हर घर में उनके माता पिता बहुत ही ज्यादा परेशान रहते है। बच्चो की शिक्षा सही ढंग से करने के लिए परिवार के लोग खूब मेहनत करके उनके लिए सारी सुविधाओ की व्यवस्थाओ का इंतजाम करते है। लेकिन बच्चो का पढाई लिखाई में कम अन्य चीजो में ज्यादा ध्यान लगता हैं। यह विषय हर घर की चिंता का विषय बना हुआ है।
बच्चो को पढाई के लिए क्यो मजबूर नही करना चहिए ?
बच्चो की पढाई के लिए सबसे ज्यादा जरूर बात यह है कि,उन्हे किसी भी चीज को करने के लिए मजबूर नही करना चहिए। अगर बच्चो को किसी भी चीज को करने के लिए मजबूर करते है तो वो खुद को कमजोर और असहाय महसूस करेगे। लेकिन अगर बच्चो को प्यार से और समझदारी से बात करके बताएगे। तो उन्हे समझ में आ जाएगा। जिसके बाद उनका पढने का तोडा सा मन होगा और ऐसा करते ही उनका पढना शुरू हो जाएगा।
क्या करे कि,बच्चो का ध्यान न भटके ?
कलयुग में आज कल बच्चो की पढाई न करने का मुख्य कारण मोबइल फोन हैं। क्योकि बच्चो को पढाई से ज्यादा अन्य चीजो में ध्यान देना अच्छा लगाता हैं। इस मामले को लेकर बच्चो को रोका टोका जाता हैं। लेकिन वो समझने को तैयार ही नही होते है।अगर बच्चो को फोन के अलावा बाहर खेलने की सलाह दी जाएगी। तो उनका मानसिक विकास होगा। खासकर बच्चो को जितना हो सके फोन से दूर रखा जाए। जिससे उनका मन फोन से दूर होगा और वो पढाई पर ध्यान देना शुरू कर देंगे।
फोन का इस्तेमाल करने से क्या हानि ?
बच्चो के लिए ज्यादा देर तक फोन का इस्तेमाल करना भारी पड सकता हैं। बच्चो की आंखों, गर्दन, पीठ और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। जिसकी वजह से उनका मन भंग होने लगता है। जिसके बाद वो कुछ गलत कदम भी उठा सकते है।