पत्रकार अनिल कुमार सिह पर तीन अज्ञात नकाबपोश बदमाशों के द्वारा किया गया जानलेवा हमला,तीसरे दिन दर्ज हुई एफआईआर
लखनऊ। इटौजा के राजापुर गांव के पास निर्माणाधीन पानी की टंकी के पास रविवार रात लगभग साढे दस बजे पत्रकार अनिल कुमार सिह निवासी कठवारा पर जानलेवा हमला किया गया है।जब वह इटौजा टोल पर रविवार की शाम नेपाली तीर्थ यात्रियों के बस हादसे का कवरेज करके घर लौट रहे थे। तब घटना में हमलावरों ने उनकी बाइक छतिग्रस्त करके उनके साथ मारपीट किया। बदमाशो के बढते हौसले को चलते पत्रकार की जान पर बनी हुई है।
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11:42 AM, Sep 10, 2025
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पत्रकार अनिल कुमार सिह पर तीन अज्ञात नकाबपोश बदमाशों के द्वारा किया गया जानलेवा हमला सौ0 RExpress भारत
उत्तर प्रदेश।लखनऊ। इटौजा के राजापुर गांव के पास निर्माणाधीन पानी की टंकी के पास रविवार रात लगभग साढे दस बजे पत्रकार अनिल कुमार सिह निवासी कठवारा पर जानलेवा हमला किया गया है।जब वह इटौजा टोल पर रविवार की शाम नेपाली तीर्थ यात्रियों के बस हादसे का कवरेज करके घर लौट रहे थे। तब घटना में हमलावरों ने उनकी बाइक छतिग्रस्त करके उनके साथ मारपीट किया। बदमाशो के बढते हौसले को चलते पत्रकार की जान पर बनी हुई है। उनके पास से 110 रुपए भी लूट लिए गए। पत्रकार ने अपने साथ हुई घटना को लेकर पुलिस को सूचना दी। लेकिन पुलिस ने घटना के तीसरे दिन मंगलवार को मुकादमा दर्ज करने में टाल मटोल कर रही थी। लेकिन जब घटना की एफआईआर नही दर्ज हुई तो पत्रकार थाने पर बैठ गए। फिर पत्रकार के द्वारा न्याय के लिए लडने पर विधायक योगेश शुक्ला के हस्तक्षेप के बाद अज्ञात हमलावरों पर केस दर्ज किया गया। इतना ही नही पत्रकार आरोप है कि, बदमाशो ने पत्रकार को धमकी दी कि,अगर तुम ने पत्रकारिता नही छोड तो इस बार तुम्हारी गाडी की तोडफोड की है अगली बार तुम्हारी जान चली जाएंगी। जिसकी वजह से वो खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है।
घटना के 48 घंटे के बाद भी पुलिस के द्वारा नही हुई थी कोई कार्यवाही
कठवारा गांव के रहने वाले पत्रकार अनिल कुमार सिंह का आरोप है कि,रविवार रात राजपुर गांव के पास एक बाइक पर सवार तीन नाकपोश लोगों ने हमलाकर उनकी बाइक तोड दिया। इसके बाद मारपीटकर उनसे 110 रुपए लूट लिया। इसके अलावा, कुछ दूरी पर छत ढालने वाली मशीन और ट्रैक्टर पर आ रहे मजदूरों की आवाज आने पर पत्रकार को जान से मारने की धमकी देते हुए कहा ज्यादा पत्रकारिता दिखाओंगे तो जान से हाथ धोओगे। इसी दौरान शिवपुरी की तरफ से एक टैक्टर जा रहा जिसमे ढलाई मशीन थी काफी लेवर बैठे जिनको आते देखकर तीनो बाइक से भाग गए। इस घटना के दूसरे दिन सोमवार को प्रभारी निरीक्षक इटौंजा माकण्डेय यादव को तहरीर दी गयी।लेकिन 48 घंटे बाद जब एफआईआर दर्ज नही हुई तो सभी पत्रकार एफआईआर के लिए सुबह से शाम तक इटौजा थाने पर बैठे रहे। लेकिन कानून के द्वारा कोई खास कार्यवाही नही की गई। लेकिन पत्रकार ने न्याय की गुहार का लगाना नही छोडा। वो अपने साथ हुए अन्याय को लेकर लडे और आखिर मै न्याय पहली जीत एफआयआर दर्ज हुई।
योगी सरकार के दावे हुए फेल पत्रकार की जान पर आई बात
पुलिस के द्वारा तो पत्रकार अनिल कुमार सिंह के साथ हुई घटना को लेकर कोई कार्यवाही करना जरूरी नही समझा गया। लेकिन जब मंगलवार शाम को विधायक योगेश शुक्ला और इटौजा नगर पंचायत चेयरमैन अवधेश कमल अवस्थी ने मामले को संज्ञान लिया। तब जाकर पुलिस अधिकारी हरकत में आए और अज्ञात हमलावरों पर एफआईआर दर्ज हुई। यहां पर मीडियों कर्मियों ने विधायक योगेश शुक्ला को पांच सूत्रीय मांगपत्र सौपा है जिसमें स्थानान्तरित प्रभारी निरीक्षक इटौंजा को 24 घंटे के अंदर रिलीव करवाया जाए। कवरेज के दौरान पुलिस की टोका — टाकी बंद की जाए और मीडिया हमला करने वालों पर कठोर कार्यवाही की जाए। पत्रकारो ने बताया कि,योगी सरकार के द्वारा पत्रकारो की सुरक्षा को लेकर बडे — बडे दावे किए जाते है। लेंकिन यहां पर पत्रकारो की जान पर बनी हुई है। पत्रकारो ने योगी सरकार से अपनी सुरक्षा को लेकर सवाल को उठाया है और इसके साथ इस मामले को लेकर सख्ती से जांच करने की मांग को रखा है।