लखनऊ के जयपुरिया स्कूल ने सरकार के अवकाश आदेश को किया नजरअंदाज,लोगो में भारी आक्रोश
लखनऊ में सरकार के अवकाश के आदेश को नज़रअंदाज़ करके जयपुरिया स्कूल तेजी से चर्चा में बना हुआ है। बताया जा रहा है कि, गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस पर 25 नवंबर को यूपी सरकार ने घोषित किया अवकाश था। जिसका मतलब यह था कि,इस दिन सभी स्कूलो में इस दिन कोई भी स्कूल नही खुलेगा। जिसका पालन सभी स्कूलो को करना था। लेकिन सरकार के आदेश के विरोध जाकरजयपुरिया स्कूल ने मनमानी चलाई और लोगो की नाराजगी झेल रहा है।
lucknow
3:06 PM, Nov 25, 2025
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उत्तर प्रदेश। लखनऊ में सरकार के अवकाश के आदेश को नज़रअंदाज़ करके जयपुरिया स्कूल तेजी से चर्चा में बना हुआ है। बताया जा रहा है कि, गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस पर 25 नवंबर को यूपी सरकार ने घोषित किया अवकाश था। जिसका मतलब यह था कि,इस दिन सभी स्कूलो में इस दिन कोई भी स्कूल नही खुलेगा। जिसका पालन सभी स्कूलो को करना था। लेकिन सरकार के आदेश के विरोध जाकरजयपुरिया स्कूल ने मनमानी चलाई और लोगो की नाराजगी झेल रहा है। जब सरकार के द्वारा स्कूलो में अवकाश दिया गया था। तब स्कूलो वालो के द्वारा स्कूल क्यो नही बंद किया गया है। यही बात लोगो को बहुत ही परेशान कर रही है कि,आखिर ऐसे सरकार के आदेश का पालन न करके स्कूल मे बच्चो को बुलाने का क्या मतलब होता है।
स्कूल प्रशासन पर उठे सवाल
बताया जा रहा है कि,इस तरह सरकारी अवकाश के बाद भी बच्चो को स्कूल बुलाने को लेकर अभिवाको के द्वारा बहुत ही ज्यादा आक्रोश दिखाई दे रहा है। अभिवाको के द्वारा स्कूल प्रशासन पर सवाल किए जा रहे है कि,यह कौन — सी बात होती है कि,जब सरकारी अवकाश था तब बच्चो को स्कूल आने को क्यो कहा गया है। वही दूसरी ओर बड़ा सवाल यह है कि, सरकार के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद स्कूल क्यों खोला गया। क्या सरकारी आदेशो को कोई भी महत्व नही होता है। क्योकि,इस मामले को लेकर तो यही दिखाया जा रहा है कि,जयपुरिया स्कूल को सरकार के निर्देशो से कोई फर्क नही पडता है। उनका जो मन करेगा। वो वही करेंगे। उनके लिए सरकार के निर्देशो को कोई भी महत्व नही प्रतीत होता है।
कडी कार्यवाही की मांग कर रहे अभिवाक
इस मामले को लेकर अभिभावकों का कहना है कि, जब सरकार ने छुट्टी की घोषणा कर दी थी। तो फिर बच्चों को स्कूल बुलाने का क्या औचित्य समझा जाए। सरकारी आदेश की अनदेखी पर जयपुरिया स्कूल के खिलाफ नाराजगी बढती ही जा रही है। इस तरह सरकार के विरोध जाकर बच्चो को स्कूल बुलाने को लेकर स्कूल प्रशासन पर कानून कार्यवाही करने की मांग की जा रही है। कानून के अनुसार, सरकारी अवकाश के बावजूद स्कूल खुलने पर, शिक्षा विभाग और संबंधित जिला प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। इसमें स्कूल की मान्यता रद्द करना, जुर्माना लगाना या अन्य कानूनी कार्रवाई शामिल हो सकती है। इसके अतिरिक्त, स्कूल पर छात्रों और कर्मचारियों को बिना सूचना के बुलाने के लिए भी कार्रवाई की जा सकती है। अब देखने वाली बात तो यह होगी कि,इस मामले मे स्कूल प्रशासन पर क्या कार्यवाही होती है।

