अभिभावको का बच्चो पर पढाई का दबाव डालना पढ सकता है भारी...ध्यान रखे!
देशभर मे बच्चो को पढाई करने के लिए उनके मात— पिता मजबूर करते हैं। मगर ऐसा करना बच्चो की सेहत के साथ खेलना होता हैं। हर घर में बच्चो की पढाई को लेकर बच्चो को काफी ज्यादा मजबूर किया जाता हैं। लेकिन बच्चो को पढाई करने के लिए मजबूर करना उनके साथ अन्याय करना होता हैं। बच्चो का पढाई में मन तब लगता है जब वो खुद से पढना चाहते है। पढाई करने के लिए मजबूर करने से उनका पढाई में मन भी नही लगता है और उनकी सेहत पर भी बुरा प्रभाव पडता हैं।
UTTAR PRADESH
3:56 PM, Jul 23, 2025
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SKETCH BY - GOOGLE
उत्तर प्रदेश। देशभर मे बच्चो को पढाई करने के लिए उनके मात— पिता मजबूर करते हैं। मगर ऐसा करना बच्चो की सेहत के साथ खेलना होता हैं। हर घर में बच्चो की पढाई को लेकर बच्चो को काफी ज्यादा मजबूर किया जाता हैं। लेकिन बच्चो को पढाई करने के लिए मजबूर करना उनके साथ अन्याय करना होता हैं। बच्चो का पढाई में मन तब लगता है जब वो खुद से पढना चाहते है। पढाई करने के लिए मजबूर करने से उनका पढाई में मन भी नही लगता है और उनकी सेहत पर भी बुरा प्रभाव पडता हैं।
बच्चो की मानसिक सेहत पडता बुरा असर
बच्चो को पढाई कराने के लिए उनके माता — पिता बहुत ही मजबूर करते हैं। जिसका परिणाम बच्चो के लिए हानिकारक सबित होता हैं। बच्चो को पढने के लिए प्यार और समझदारी के साथ समझाना चहिए। बच्चो को सिर्फ पढाई कराने के लिए उनकी सेहत के साथ खेलना बहुत ही गलत होता हैं। अगर बच्चो को पढाई करने में मन नही लगता है। तो उनको पढाई के लिए विवाश नही करना चहिए। ऐसा करना बहुत ही गलत होता हैं। जिससे बच्चो की मानसिक सेहत पर बहुत ही बुरा असर होता हैं।
पढना जरूरी होता है मगर पढला सबकुछ नही होता
पढाई के अलावा भी बच्चो के लिए बहुत कुछ जरूरी होता हैं। माता—पिता को लगता है कि, अगर बच्चे पढाई नही करेगे तो उनका जीवन बर्बाद होगा। बच्चो की चिंता करना सही होता हैं। मगर बच्चो को पढाई करने के लिए इतना विवाश करना की उनकी सेहत पर असर हो यह बहुत ही गलत होता हैं। बच्चो को जिस चीज में रूचि हो उनको वो करना चहिए। वरना उनका सारा जीवन बस दबाव में ही चला जाता हैं।
पढाई के अलावा भी बहुत कुछ जरूरी होता है
करियर बनाने के चक्कर में बच्चो का जीवन बस दबाव के नीचे दबा रहता हैं। जिसके चलते बच्चो का बचपन बर्बाद हो जाता हैं। ऐसा करना बच्चो के साथ गलत करना होता हैं। करियर सिर्फ पढाई करने से ही नही बनता हैं। बहुत से बच्चे पढाई के अलावा भी कई जगहो पर अपना करियर बना लेते हैं। पढाई करना जरूरी होता हैं। मगर यह वाक्य की पढाई के बिना बच्चो का कोई करियर ही नही हैं। यह वाक्य बेहद ही गलत होता हैं।
दबाव के चलते बचपन हो जाता है बर्बाद
माता — पिता को लगता है कि,दिन रात बच्चो को सिर्फ पढाई कराने से बच्चो का करियर बहुत ही अच्छा होगा। लेकिन उनको यह गलत लगता है।सच्चाई तो यह होती है कि,बच्चो को किसी भी कार्य को कराने के लिए मजबूर करना उनका नुकसान करना होता हैं। क्योकि,बच्चे दबाव में कोई कार्य नही कर पाते हैं। उनका जिस कार्य में मन लगता हैं। वो वही कार्य करने में रूचि लगाते हैं।