हार्ट अटैक के कारण,क्यों नहीं हो पा रहा बचाव,जानने के लिए ध्यान दीजिए !
दिल की बिमारी से दस मे नौ लोग पीडित होते है। दिल की बिमारी बडो से लेकर बच्चो तक हो जाती है। इस समस्या को लेकर वैज्ञानिको के द्वारा भी कई बार खोज की गई। क्योकि,दिल के रोगियो की संख्या दिन प्रतिदिन बढती ही जा रही है। जिसको लेकर युवा पीढा का भविष्य चिंता में बना हुआ है। अगर युवा पीढी छोटे से बिमारियो से संक्रमित हो जाएंगी। तो वो कल जाकर भारत का इतिहास कैसे रचेगी।
lucknow
4:07 PM, Nov 16, 2025
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SKETCH BY- GOOGLE
उत्तर प्रदेश। दिल की बिमारी से दस मे नौ लोग पीडित होते है। दिल की बिमारी बडो से लेकर बच्चो तक हो जाती है। इस समस्या को लेकर वैज्ञानिको के द्वारा भी कई बार खोज की गई। क्योकि,दिल के रोगियो की संख्या दिन प्रतिदिन बढती ही जा रही है। जिसको लेकर युवा पीढा का भविष्य चिंता में बना हुआ है। अगर युवा पीढी छोटे से बिमारियो से संक्रमित हो जाएंगी। तो वो कल जाकर भारत का इतिहास कैसे रचेगी। लेकिन कलयुग के युग मे छोटे बच्चे से लेकर बूढे तक को हृदय रोग से जुडी कई दिक्कते हो रही है। जिसको लेकर यह विषय बेहद ही चिंता का बना हुआ है। स्वास्थ विभाग भी इस मामले को लेकर कई बार चर्चा कर चुका है। क्योकि,अगर ऐसा ही होता रहा,तो वो दिन दूर नही है जब भारत मे मरीजा के लिए अस्पताल कम पड जाए।
क्यो होती है यह समस्या ?
हृदय रोग कई कारणों से होता है। बताया जाता है कि, हृदय पर अत्यधिक दबाव डालता है और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचा सकता है।रक्त वाहिकाओं में फैटी जमाव (plaque) का निर्माण होता है, जिससे रक्त का प्रवाह बाधित होता है।यह हृदय रोग के प्रमुख जोखिम कारकों में से एक है, जो रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँचाता है और हृदय गति को बढ़ाता है।यह हृदय रोग के जोखिम को काफी बढ़ा देता है।शरीर का अधिक वजन हृदय पर दबाव डालता है, जिससे रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि हो सकती है।व्यायाम की कमी और वसा, चीनी और नमक से भरपूर भोजन हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाते हैं।लंबे समय तक तनाव हृदय स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।यदि आपके परिवार में हृदय रोग का इतिहास है, तो आपको भी इसका खतरा हो सकता है।बहुत अधिक शराब पीना हृदय के लिए हानिकारक है।कुछ दवाएं, जड़ी-बूटियाँ और अवैध दवाएं हृदय पर बुरा असर डाल कुछ लोगों का जन्म हृदय संबंधी समस्याओं के साथ होता है।
क्या खाने से होता है?
हृदय रोग कई तरह के खाने से हो सकता है जैसे कि,पैकेज्ड, प्रोसेस्ड और जंक फूड में नमक की मात्रा बहुत ज़्यादा होती है, जिससे उच्च रक्तचाप हो सकता है। ये वसा तले हुए खाद्य पदार्थ, फास्ट फूड, कुकीज़, पेस्ट्री और कुछ प्रोसेस्ड मीट में पाई जाती हैं। ये खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती हैं।मीठे पेय पदार्थ, मिठाइयाँ और मैदा से बने उत्पाद वजन बढ़ा सकते हैं और हृदय रोग का जोखिम बढ़ा सकते हैं सॉसेज, हॉट डॉग और डेली मीट जैसे प्रोसेस्ड मांस में सोडियम और संतृप्त वसा अधिक होती है। सफेद ब्रेड और सोडा जैसे रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट मोटापा और सूजन बढ़ा सकते हैं। बहुत अधिक लाल मांस का सेवन भी हृदय रोग का कारण बन सकता है।
क्या है बचाव का रास्ता ?
हृदय रोग से बचाव के लिए जीवनशैली में बदलाव और स्वस्थ आदतों को अपनाना सबसे ज़रूरी है।धूम्रपान हृदय रोग का एक प्रमुख कारण है, इसलिए धूम्रपान या तंबाकू उत्पादों का सेवन पूरी तरह से छोड़ दें।धूम्रपान हृदय रोग का एक प्रमुख कारण है, इसलिए धूम्रपान या तंबाकू उत्पादों का सेवन पूरी तरह से छोड़ दें।हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट मध्यम एरोबिक व्यायाम (जैसे तेज चलना) या 75 मिनट जोरदार एरोबिक गतिविधि (जैसे दौड़ना) का लक्ष्य रखें।अधिक वजन हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है।तनाव कम करने के लिए व्यायाम, माइंडफुलनेस और सहायता समूहों का सहारा लें।प्रतिदिन 7 से 9 घंटे की नींद लेने की कोशिश करें। प्रसंस्कृत, तले हुए और जंक फूड से बचें। इसके बजाय फल, सब्जियां, लीन प्रोटीन और साबुत अनाज को प्राथमिकता दें।अत्यधिक नमक से रक्तचाप बढ़ सकता है। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में नमक की मात्रा पर ध्यान दें और भोजन में जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग करें।जैतून का तेल, कैनोला तेल, और एवोकाडो जैसे स्वस्थ फैट को शामिल करें।इसके अलावा ,स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, और जामुन जैसे फल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। नियमित स्वास्थ्य जांच करना चहिए।स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, और जामुन जैसे फल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं।नियमित स्वास्थ्य जांच से हृदय रोग के जोखिम कारकों का पता चलता है।डॉक्टर की सलाह पर अपने रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को स्वस्थ बनाए रखें।अगर आपको मधुमेह है तो अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखें। गंभीर बीमारी बीमा योजना होने से वित्तीय बोझ कम हो सकता है, जिससे आप उपचार पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

