करवा चौथ के व्रत की तैयारी जोर, पत्नी करती है करवा माता से पति की लंबी उम्र की प्रर्थाना
करवा चौथ को लेकर महिआलो के द्वारा खूब तैयारियां की जा रही है। करवा के दिन महिलाए पूरा दिन कुछ भी खाती — पीता नही है। महिलाओ के द्वारा यह बहुत ही कठिन व्रत पूरी भक्ति और विश्वास के साथ किया जाता है। करवा चौथ का व्रत महिलाए अपने पति या फिर दिल से मान चुकी पति के लिए करती है। यह व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाने वाला बहुत ही ज्यादा कठिन व्रत होता है।
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12:49 PM, Oct 9, 2025
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SKETCH BY- GOOLGE
उत्तर प्रदेश। करवा चौथ को लेकर महिलाओं के द्वारा खूब तैयारियां की जा रही है। करवा के दिन महिलाए पूरा दिन कुछ भी खाती — पीता नही है। महिलाओ के द्वारा यह बहुत ही कठिन व्रत पूरी भक्ति और विश्वास के साथ किया जाता है। करवा चौथ का व्रत महिलाए अपने पति या फिर दिल से मान चुकी पति के लिए करती है। यह व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाने वाला बहुत ही ज्यादा कठिन व्रत होता है। इस व्रत में महिलाओ को बहुत सारी परेशानिया होती है। मगर महिलाए अपने सच्चे मन और अटूट विश्वास को सीढी बनाकर यह कठिन व्रत पूरा कर लेती है। यह पर्व पति-पत्नी के बीच प्रेम, निष्ठा और समर्पण का प्रतीक होता है। जिसमें महिलाएं करवा माता और चंद्रमा की पूजा करके अपने सुहाग की लंबी उम्र और वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद मांगती हैं।
इस व्रत को बहुत ही कठिन माना गया
महिलाओ के द्वारा यह व्रत सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला रखकर किया जाता है। रात को चंद्रमा के दर्शन करने के बाद छलनी से चांद देख कर अर्घ्य दिया जाता है और पति के हाथ से पानी पीकर व्रत को खोला जाता है। कथा के अनुसार बताय जाता है कि,करवा चौथ के पीछे मुख्य कहानियां 'करवा' नामक पतिव्रता स्त्री और राजा वीरवती की पौराणिक कथाएं हैं। जिसमें पतिव्रता पत्नियां अपने पति के लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए चंद्रदेव से प्रार्थना करती हैं। एक कथा में, करवा नामक स्त्री ने मगरमच्छ से अपने पति को बचाने के लिए यमराज को धमकी दी थी। जिससे यमराज ने उसके पति को जीवनदान दिया और उसे अखंड सौभाग्य का वरदान मिला।
पत्नी के सुहाग पर बुरी नजर डालने से यमराज भी डरते
हर वर्ष कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर सुहागिन महिलाएं करवा चौथ का व्रत का निर्जला व्रत रखती हैं। इस व्रत को बेहद कठिन माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं और करवा माता की कृपा प्राप्त होती है। क्योकि,एक पत्नी के अंदर इतनी तकात होती है कि,अगर कोई उसे सुहाग को बुरी नजर से देखता है। तो वो भगवान से भी लड जाती है। क्योकि,पुराणो में बताया गया है कि,एक पत्नी के सुहाग को छेडने से खुद यमराज भी डरते है। क्योकि,अगर कोई स्त्री अपने पति के प्रति सच्चाई से अपना दायित्व निभाती है। तो उसकी शक्तियां किसी से भी लडने के लिए तैयारी हो जाती है