रहीमाबाद में मिशन शक्ति बना मजाक,विधवा महिला से छेड़छाड़ के आरोपी को किया पाबंद
लखनऊ के रहीमाबाद थाना क्षेत्र में विधवा महिला से छेड़छाड़ और मारपीट की एक शर्मनाक घटना सामने आयी है। बताया जा रहा है कि,बदमाशो के द्वारा विधवा महिला के साथ छेडछाड के साथ मारपीट की गई और उसके कान के टप्स भी लूटे लिए गए है। जिसको लेकर महिला जब रहीमाबाद पुलिस से न्याय की गुहार लगाते हुए पहुंची। तब कानून रहीमाबाद पुलिस ने बदमाशो का पक्ष लेते हुए पीडिता को थाने से धक्का देकर बाहर निकाल दिया।
lucknow
4:23 PM, Dec 9, 2025
Share:


विधवा महिला से छेड़छाड़ और मारपीट की एक शर्मनाक घटना सौ0 RExpress भारत
उत्तर प्रदेश। लखनऊ के रहीमाबाद थाना क्षेत्र में विधवा महिला से छेड़छाड़ और मारपीट की एक शर्मनाक घटना सामने आयी है। बताया जा रहा है कि,बदमाशो के द्वारा विधवा महिला के साथ छेडछाड के साथ मारपीट की गई और उसके कान के टप्स भी लूटे लिए गए है। जिसको लेकर महिला जब रहीमाबाद पुलिस से न्याय की गुहार लगाते हुए पहुंची। तब रहीमाबाद पुलिस ने बदमाशो का पक्ष लेते हुए पीडिता को थाने से धक्का देकर बाहर निकाल दिया। जिसके बाद से महिला इसांफ के लिए मदद की गुहार लगा रही है।
आरोपियो का पक्ष ले रही पुलिस
पीडिता का आरोप है कि,चार दिसंंबर को उसके साथ यह शर्मनाक घटना हुई थी। जिसके बाद से पीडिता न्याय के लिए थाने के चक्कर लगा रही है। लेकिन वहां पर पुलिस के द्वारा उसकी कोई भी मदद नही की गई है। बल्कि पुलिस आरोपी पक्ष का साइड ले रही है। पीडित का कहना है कि,पुलिस ने बस आरोपियो पर शांति भंग की कार्यवाही करके उनको छोड दिया है। जबकि यह काफी नही था। उसके साथ की गई गंदी हरकत के खिलाफ कोई भी कडी कार्यवाही नही की गई है। जिससे साफ — साफ पता चलता है कि,किस तरह पुलिस आरोपियो का पक्ष ले रही है।
घटना का वीडियो हुआ वायरल
इस घटना को लेकर पीडिता ने सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर वायरल किया है। जिसमें पीडिता ने बताया है कि,एक तरफ मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी के दिए गए आदेशो के हेतु पुलिस महिलाओ की सुरक्षा के लिए मिशन शक्ति में महिलाओं को जागरूक करने का खूब ढिंढोरा पीटती है। लेकिन जब सच्चाई सामने आती है। तब पुलिस की पोल खुल जाती है। इससे पूर्व भी एक महिला दर — दर की ठोकरें खाते घूम रही थी। फिर अब यह नया मामला सामने आ गया है।पीड़िता ने रो — रो कर आपबीती बताते हुए कहा कि,जब वह बार — बार रहीमाबाद पुलिस के पास प्रार्थना पत्र लेकर जाती थी। तब उसे भगा दिया जाता और धमकाया गया कि,अगर पीडिता शांत नही हुई तो उसके खिलाफ दर्ज मुकदमा कर दिया जाएगा।
कानून प्रशासन पर उठे सवाल
सूत्रो के अनुसार,पीडिता के आंख, पैर सहित कई जगह पर चोट के निशान पाए गए है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि,बदमाशो ने उसके साथ किस तरह की हरकत की है मगर रहीमाबाद पुलिस की आंखो पर पट्टी पडी हुई है। पीडिता ने महिला आयोग सहित मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है और कहा है कि,जो सरकार वादे करती है। वो सब झूठे होते हुए दिखाई दे रहे है। एक तरह महिलाओ की सुरक्षा के लिए कई सारे जागरूक अभियान चलाए जाते है। लेकिन जब सच में महिलाओ को सुरक्षा की जरूरत होती है। तब कानून प्रशासन के कुछ जिम्मेदारो की लापरवाही की वजह से एक ऐसा काला दाग लग जाता है। जो कानून पर से लोगो के विश्वास को उठा देता है।

