बारिश ने बढाया गोमती का जलस्तर,घरों में घुसा पानी तो ग्रामीणों का शुरु हुआ लासा,बहादुरपुर से पलायन
लखनऊ में बख्शी का तालाब इलाके में बुधवार रात हुई बारिश ने बृहस्पतिवार की सुबह गोमती नदी जलस्तर और अधिक बढ गया। इसकी वजह से लासा और बहादुरपुर गांव से ग्रामीणों का पलायन शुरु हो गया है।बहादुरपुर निवासी मूला और रघुराई तथा लासा निवासी सत्तार,देवी,सुमन के घरों में पानी भरने से सामान को छत पर सुरछित करने के बाद बाहर निकालने लगे है।
uttar pradesh
11:43 AM, Aug 15, 2025
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लासा गांव से चारपाई बिस्तर और सामान लेकर बाहर निकल रहे ग्रामीण सौ0 RExभारत
उत्तर प्रदेश।लखनऊ में बख्शी का तालाब इलाके में बुधवार रात हुई बारिश ने बृहस्पतिवार की सुबह गोमती नदी जलस्तर और अधिक बढ गया। इसकी वजह से लासा और बहादुरपुर गांव से ग्रामीणों का पलायन शुरु हो गया है।बहादुरपुर निवासी मूला और रघुराई तथा लासा निवासी सत्तार,देवी,सुमन के घरों में पानी भरने से सामान को छत पर सुरछित करने के बाद बाहर निकालने लगे है।

अब तक एक दर्जन ग्रामीणों ने गांव बाहर ली शरण
इटौजा के नौ बाढ ग्रस्त गांवों में से सुल्तानपुर,बहादुरपुर और लासा के ग्रामीणों का संकट बृहस्पतिवार को और बढ गया। जब बारिश के बाद गोमती के बढे जलस्तर से पानी उनके घरों के अंन्दर पहुंच गया। इसके बाद बृहस्पतिवार की सुबह से ही ग्रामीणों का बाहर उंचे स्थलों की तरफ पलायन शुरु हो चुका है। बहादुरपुर और लासा गांव से आठ ग्रामीणों ने घरों में पानी घुसने के बाद अपना सामान बाहर निकालना शुरु कर दिया। बहादुरपुर गांव की रहने वाली मूला ने बताया कि,उनके प्रधानमंत्री आवास में पानी भर गया। इसके बाद उनका सामान भीग गया। जो कुछ आलू और कपडा था वह बोरे में भरकर नाव से बाहर निकाल लायी है। अब वह माल के मझौवा स्थित रिश्तेदार की बाग में तिरपाल डालकर पानी उतरने तक रुकेंगी।

सुल्तानपुर गांव के बाहर मंडी के शेड में ग्रामीणों बनाया अस्थायी बसेरा
वहीं देवी,सत्तार और सुमन सहित लासा के छह और कुछ बहादुरपुर के ग्रामीणों ने इटौजा—माल रोड पर निर्मित मंडी के टीन शेड के नीचे अपना डेरा जमा लिया है। लासा निवासी देवी ने बताया कि,घर में तो पानी भर चुका है बुधवार रात भर वह सो नही सके। रातभर घर के अन्दर पानी भरता रहा। सांप कीडे मकोडों का डर बना हुआ है। इसलिए घर का सामान छत पर तिरपाल डालकर सुरछित करने के बाद चारपाई बिस्तर और भोजन बनाने का सामान बाहर निकाल लिया है।
ग्रामीणों के मवेशी भूखे,आवारा खा गए भूसा
डीएम विशाख जी ने सीवीओ को बाढ ग्रस्त गांवों के मवेशियों के लिए भूसा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए थे।इसके बाद बृहस्पतिवार को ग्रामीणों और जिला पंचायत सदस्य अरुण कुमार ने जब सीवीओ से यह पूछा कि भूसा अब तक नही आया। तो उन्होने बताया कि एक ट्रॉली भूसा पहुंचाया जा चुका है। इसके वितरण का फोटो भी है।यह सुनकर ग्रामीण भडक गए और हंगामा करने लगे। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि,बाढ के बजट को अधिकारी डकार रहे है। पालतू मवेशियों का भूसा आवारा जानवरों को कागजों पर खिला दिया गया।

लासा गांव जाने वाली मुख्य सड़क गांव पास धंसी,गढढा भरवाने की मांग सौ0 भारत
धंस गयी लासा गांव की मुख्य सड़क
लासा गांव जाने वाली मुख्य सड़क का आधा हिस्सा पानी के बहाव की वजह से धंस गया है। धीरे धीरे अब पूरा धंस रहा है। ग्रामीणों ने मांग उठाई है कि,इस धंसे हिस्से पर राबिश डालकर भर दिया जाए। जिससे कोई वाहन हादसे का शिकार न हो। दिन भर अधिकारियों के सरकारी वाहनों का आवागमन बना रहता है।

सांसद आर के चौधरी ने लासा गांव की मुख्य सड़क पर लगवाई सोलर लाइट सौ0 RExभारत
सांसद आर के चौधरी ने लगवाई सोलर लाइट
लासा गांव से ग्रामीणों का आवागमन रात और दिन दोनो समय होता है। जहां सड़क किनारे नाव आकर ठहरती है वहां पर रात के समय अंधेरा बना रहता है। इसलिए ग्रामीणों की मांग पर सोलर लाइट लगवाई गयी। सुल्तानपुर रोड पर नाव ठहरने के स्थान पर भी सोलर लाइट लगवाई जाएगी। जिससे रात में आवागमन करने वाले ग्रामीणों को किसी हादसे का भय न रहे।