दीपावली त्यौहार में बाजार की रौनक बढ़ी,इको फ्रेंडली उत्पाद को बढ़ावा
दिपावली को लेकर लोगो के अंदर बहुत ही ज्यादा उत्साह देखने को मिल रहा है। तैयारी बहुत ही जोरो से हो रही है। हिन्दू धर्म में दीपावली कई कारणों से मनाई जाती है, जिनमें सबसे प्रमुख भगवान राम का चौदह साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटना है। इस खुशी में अयोध्यावासियों ने पूरे नगर को दीपों से रोशन किया था। जो अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है।
lucknow
11:30 AM, Oct 16, 2025
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SKETCH BY- GOOGLE
उत्तर प्रदेश। दिपावली को लेकर लोगो के अंदर बहुत ही ज्यादा उत्साह देखने को मिल रहा है। तैयारी बहुत ही जोरो से हो रही है। हिन्दू धर्म में दीपावली कई कारणों से मनाई जाती है, जिनमें सबसे प्रमुख भगवान राम का चौदह साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटना है। इस खुशी में अयोध्यावासियों ने पूरे नगर को दीपों से रोशन किया था। जो अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। इसके अलावा, दिवाली का त्योहार भगवान विष्णु द्वारा राक्षस नरकासुर पर विजय, देवी लक्ष्मी की पूजा और जैन धर्म के लिए भगवान महावीर के निर्वाण दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
दिवाली कब मनाई जाएगी ?
इस बार 20 अक्टूबर को रात में पूर्ण अमावस्या रहेगी। इसके लिए 20 अक्टबूर को दीवाली मनाई जाएगी। वहीं दूसरी ओर 21 अक्टूबर को संध्याकाल 05 बजकर 54 मिनट से कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू होगी। इसके लिए 20 अक्टूबर को दीवाली मनाना उचित होगा। दिवाली को भारत और दुनिया भर में लाखों हिंदुओं, जैनियों, सिखों और बौद्धों द्वारा सबसे व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। जिसको लेकर लोगो के अंदर बहुत ही ज्यादा खुशी का माहौल हो गया है। दीपावली को बच्चे तो खासतौर पर बहुत ही ज्यादा खुशी मनाते है। हर ओर लोगो के द्वारा खुशी की लहर चल रही होती है।
इस बार कब होगी गोवर्धन ?
बताया जा रहा है कि, दिवाली का मुख्य दिन 20 अक्टूबर है, जो अमावस्या तिथि के अनुसार निर्धारित हुआ है। इस बार दीपावली छह दिनों तक चलेगी। क्योंकि तिथियों के कारण त्यौहार का विस्तार हुआ है। 21 अक्टूबर को कोई मुख्य त्यौहार नहीं है, जबकि गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर को होगी। अभी से हर जगह पर दिपावली की तैयारियो बहुत ही तेजी से चालू हो गयी है। बाजार में खरीदी करने के लिए लोगो की लंबी भीड लगी हुई है।
कैसे होती है पूजा — पाठ
दिवाली के शुभ अवसर पर लोग माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, राम दरबार और कुबेर देवता की पूजा करते हैं और रात में अपने घरों में दीपक जलाते हैं। ऐसी मान्यता है कि, जो कोई दिवाली के दिन शुभ मुहूर्त में लक्ष्मी पूजन करता है उसके घर में सदैव सुख-समृद्धि बनी रहती है। जिसकी वजह से उनके पूरे परिवार पर हमेशा माता लक्ष्मी की कृपा दृष्टि बनी रहती है। इस दिन लोग अपनी सच्चाई और इमादारी के साथ पूजा — पाठ करते है। रात को पूरे परिवार के साथ मिलकर पटाखे और घर को मिट्टी के दीपक से उज्जवल करते है।