जब्त सुतली बम को जहां जमीन में दबाया,वहां उड़ गयी जमीन ,गुडम्बा के बेहटा में जारी हैं धमाके
लखनऊ के गुडम्बा में बुधवार की सुबह लगभग साढे छह बजे सेमरा में एक जोरदार धमाका हुआ। दो दिन पहले पटाखा गोदामों में बारी बारी से हुए दो धमाकों ने कई घर बर्बाद कर दिए। जल जीवन मिशन की बनी पानी की टंकी के पास कुछ दूर पर पुलिस प्रशासन और बीडीएस की टीम ने जब्त सुतली बमों को जमीन में गढढा खोदकर दबा दिया था।लेकिन इसमें धमका होने से अफरा तफरी मच गयी। आनन फानन में पुलिस ने धमाके वाली जगह की धेराबंदी कर दिया
lucknow
8:42 PM, Sep 3, 2025
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धमाके के बाद भागते ग्रामीण और धमाका स्थल से उठता धुएं का गुब्बार सौ0 सोशल मीडिया
उत्तर प्रदेश।लखनऊ के गुडम्बा में बुधवार की सुबह लगभग साढे छह बजे सेमरा में एक जोरदार धमाका हुआ। दो दिन पहले पटाखा गोदामों में बारी बारी से हुए दो धमाकों ने कई घर बर्बाद कर दिए। जल जीवन मिशन की बनी पानी की टंकी के पास कुछ दूर पर पुलिस प्रशासन और बीडीएस की टीम ने जब्त सुतली बमों को जमीन में गढढा खोदकर दबा दिया था।लेकिन इसमें धमका होने से अफरा तफरी मच गयी। आनन फानन में पुलिस ने धमाके वाली जगह की धेराबंदी कर दिया।

तीसरे धमाके वाले स्थल को कवर करती गुडम्बा पुलिस सौ0 सोशल मीडिया
हताहत कोई नही लेकिन दहशत बढी
गुडम्बा में अवैध पटाखा कारोबार को भंडाफोड हो चुका है। दबाडतोड तीन धमाकों ने गुडम्बा की हाइटेक पुलिस की कार्यशैली के साथ साथ अधिकारियों की जिम्मेदारी पर भी कई सवाल खडे कर दिए है। चौकी प्रभारी और सिपाहियों पर कार्यवाही करके खुद को तीस मार खां समझने वाले लखनऊ कमिशनरेट की पुलिस किसी प्रकार से इन धमकों पर पटाक्षेप करना चाहती है।लेकिन शायद प्रकृति पुलिस की करतूत को उजागर कर रही है।तभी तो जब्त कर जमीन में दबाए गए पटाखों को बाहर फेंक दिया। फिलहाल इस तीसरे धमाके में कोई हताहत तो नही हुआ लेकिन पुलिस के लिए एक और जांच का विषय मिल गया।

पानी की टंकी के पास दबाए गए थे सुतली बम जहां धमाके बाद उड गयी जमीन सौ0 सोशल मीडिया
पारम्परिक तरीका छोडकर तकनीकि अपनाएंं
मंगलवार ज्वाइंट सीपी के साथ जनपद स्तरीय पटाखा कारोबारियों ने बैठक करते हुए उनकी बात सुनी और अपनी परेशानियां बतायी। ज्वाईट सीपी के इस सवाल पर सभी पटाखा कारेाबारियों का एक ही उत्तर था कि उन्होने पटाखा बनाने का काम अपनी पहले की पीढियों से सीखा है। इस बैठक में शामिल हुए पटाखा कारोबारी मो अबरार कहते है कि,अधिकारियों ने कहा नए नियमों का पालन करें। इसके साथ ही पटाखा बनाने की पारम्परिक तरीके की जगह सुरछित तरीके का प्रयोग करेे। इसमें बाल श्रमिक और अकुशल श्रमिकों शामिल न किया जाए। सरकार और प्रशासन कर कारोबारी सहयोग करें और गैर कानूनी पटाखा कारोबारियों के बारे में सूचित करेे। इससे लाइसेंस धारकों को कारोबार में फायदा होगा और अवैध करोबार पर लगाम लगेगी।