कैंसर के चक्कर में कही चली गई आपकी जान,लक्षणो को न करे अनदेखा,वक्त पर इलाज जरूरी ?
कैंसर की बीमारी से सौ में सौ दस की बच पाते है। ऐसा इसीलिए होता है क्योकि,लोगो को कैंसर की बीमारी का पता आखिर चरण में पता चलता है। जिसकी वजह से बहुत ही देर हो जाती है। डाक्टरो के द्वारा कई बार लोगो के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया है कि,अगर किसी को कैसंर के कोई भी लक्षण महससू होते है। तो वो नजरअंदाज करके अपनी सेहत के साथ कोई भी खिलवाड न करे।
lucknow
6:45 PM, Oct 29, 2025
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उत्तर प्रदेश। कैंसर की बीमारी से सौ में सौ दस की बच पाते है। ऐसा इसीलिए होता है क्योकि,लोगो को कैंसर की बीमारी का पता आखिर चरण में पता चलता है। जिसकी वजह से बहुत ही देर हो जाती है। डाक्टरो के द्वारा कई बार लोगो के बीच जागरूकता अभियान चलाया गया है कि,अगर किसी को कैसंर के कोई भी लक्षण महससू होते है। तो वो नजरअंदाज करके अपनी सेहत के साथ कोई भी खिलवाड न करे। लेकिन लोगो के द्वारा यह सब हल्के में लिया जाता है और जब उनकी समस्या अधिक हो जाती है। तब वो लोग डाक्टरो के पास आते है। लेकिन देर होने की वजह से अपनी जान से हाथ गवा देते है। हम आपको कैंसर की बीमारी से कैसा लड जा सकता है उसके क्या लक्षण होते है। इसके अलावा,अन्य सारी जानकारी से अवगत कराएंगे। ताकि,आप भी बाद में यह न सोचे कि,अगर उस समय लापरवाही न की होती है। तो परिवार आप के लिए तडप — तडप कर रो नही रहा होता है।
कैंसर की बीमारी के लक्षण क्या होते है ?
कैंसर बीमारी के कई सारे सामान्य लक्षणों होते है जैसे — शरीर के किसी भी हिस्से में गांठ या सूजन महसूस होना।शरीर के किसी हिस्से में लगातार या नया दर्द जो ठीक न हो। मौजूदा मस्सों में बदलाव, नए मस्से बनना, या त्वचा का रंग बदलना।शौच या पेशाब करने के तरीके में बदलाव और रात में अत्यधिक पसीना आना, जिससे कपड़े और बिस्तर भीग जाएं। जो ठीक न हो, खासकर अगर इसमें खून भी आए।भूख न लगना या कम लगना। बिना किसी कारण के रक्तस्राव या आसानी से चोट लगना। खाने या निगलने में कठिनाई होना।
कैंसर को कैसे रोका जा सकता है ?
बताया जाता है कि, धूम्रपान और तंबाकू उत्पादों से बचें, क्योंकि ये कई तरह के कैंसर का कारण बनते हैं। शराब का सेवन सीमित करें, क्योंकि यह भी कई तरह के कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। नियमित रूप से व्यायाम करें, जैसे कि चलना, दौड़ना या खेल खेलना, और शारीरिक रूप से सक्रिय जीवनशैली अपनाएं।स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम और संतुलित आहार लें।धूप में निकलते समय सनस्क्रीन लगाएं, टोपी और सुरक्षात्मक कपड़े पहनें, और सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच धूप से बचें, क्योंकि इस दौरान यूवी किरणें सबसे प्रबल होती हैं। टैनिंग बेड से बचें। अपने आहार में खूब सारे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज शामिल करें। वसायुक्त भोजन और प्रोसेस्ड मांस का सेवन सीमित करें।कीटनाशकों या रसायनों का उपयोग किए गए फलों और सब्जियों को खाने से पहले अच्छी तरह धो लें। अधिक तेल में बने और अत्यधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों से बचें। इसके अलावा, एचपीवी (HPV) जैसे कैंसर पैदा करने वाले वायरस के खिलाफ टीका लगवाएं।टैबलेट, फोन और कंप्यूटर का उपयोग प्रतिदिन दो घंटे से कम तक सीमित करें।शरीर में किसी भी गांठ या असामान्य परिवर्तन पर ध्यान दें और डॉक्टर से तुरंत सलाह लें। साफ-सुथरी और प्रदूषण-मुक्त जगहों पर रहें। इन सब उपायो को करके आप खुद को सुरक्षित कर सकते है।
कैंसर का इलाज कैसे होता है ?
कैंसर का इलाज कुछ इस प्रकार से किया जाता है जैसे कि, कैंसर ट्यूमर और उसके आसपास के ऊतकों को निकालने के लिए सर्जरी की जाती है।उच्च-ऊर्जा वाली किरणों का उपयोग करके कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है।कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए कैंसर-रोधी दवाओं का उपयोग किया जाता है, जो मौखिक रूप से या इंजेक्शन/ड्रिप द्वारा दी जाती है।शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर से लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। हार्मोन-संवेदनशील कैंसर जैसे कि स्तन और प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए इसका उपयोग किया जाता है। मुख्य रूप से रक्त कैंसर के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कई मामलों में, एक ही समय में कई उपचारों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि , सर्जरी के साथ कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी। यदि कैंसर को पूरी तरह से ठीक करना संभव न हो, तो भी कीमोथेरेपी और अन्य दवाओं से बीमारी को लंबे समय तक नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे मरीज़ कई साल तक जी सकते हैं। उपचार की योजना बनाने से पहले और उसके दौरान एक डॉक्टर से नियमित रूप से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है।

