Deepawali News : जानिए दीपावली को मनाने के पीछे का रहस्य …

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उत्तर प्रदेश/लखनऊ पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान श्री राम ने रावण को हराकर विजय प्राप्त की थी जब सीता माता को लेने गए थे तब। जब भगवान श्री राम 14 वर्ष के लिए वनवास में चले गए थे। इसे पूरा करने के बाद, वह अयोध्या लौट आए तो यही दिवाली का त्यौहार के रूप में मनाया जाता है”दीपावली” शब्द का अर्थ होता है “दीपों की श्रृंखला”। यह शब्द बना है “दीप” और “आवली” को जोड़ कर जिन्हें संस्कृत भाषा के शब्दों से लिया गया है। दीपावली को दिवाली या दीवाली भी कहा जाता है। यह त्योहार हर घर में खुशियों की सौगात लाता है और इस दिन हर घर में भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

दिवाली का मतलब क्या है?

दिवाली अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत और अज्ञानता पर ज्ञान की आध्यात्मिक जीत का प्रतीक है। दिवाली की रोशनी हमारी सभी काली इच्छाओं और बुरे विचारों को नष्ट कर, अंधेरे साये और बुराइयों को मिटाने और हमें साल के बाकी दिनों में अपनी सद्भावना के साथ आगे बढ़ने की ताकत और आगे बढ़ने का उत्साह प्रदान करती है, यह त्यौहार हमारे अंदर स्पष्टता और सकारात्मकता के साथ अपने अंदर प्रकाश भरने का संदेश देता है।

गोवर्धन पूजा का महत्व

ऐसा कहा जाता है ,भगवान कृष्ण द्वारा वृंदावन के लोगों को भगवान इंद्र की विनाशकारी बारिश से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को उठाने की घटना को याद करने के लिए मनाई जाती है. पौराणिक कथाओं के मुताबिक, भगवान इंद्र, भगवान कृष्ण के प्रति लोगों की भक्ति से नाराज़ थे. उन्होंने क्रोध मे आकार भारी बारिश से भारी तबाही मचाई थी। तब, भगवान कृष्ण ने लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को उठा लिया था और वृंदावन के लोगों को बाढ़ से लिया था ।

भाईदूज का महत्व

यह पर्व प्यार और रक्षा का प्रतीक होता है. इस दिन बहनें अपने भाई का रोली और अक्षत से टीका करती हैं. ऐसा माना जाता है कि इस दिन यदि विधि-विधान से पूजा की जाए, तो भाई-बहनों के ऊपर से अकाल मृत्यु का संकट टल जाता है. इस पर्व का सबसे बड़ा महत्व है कि इस दिन को भाई-बहन के पवित्र रिश्ते के लिए मनाया जाता है, और यह पर्व भाई ,बहन के बीच अटूट प्यारा को दर्शता है।

दिवाली का त्योहार भारत के कई राज्यों में मनाया जाता है, जिनमें से कुछ ये रहे:

उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात, वाराणसी.
दिवाली को भारत के अलावा, दुनिया के 90 से ज़्यादा देशों में भी मनाया जाता है. मलेशिया, फ़िजी, नेपाल, मॉरीशस, सिंगापुर, और श्रीलंका जैसे देशों में दिवाली को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाता है।

दिवाली से जुड़ी कुछ खास बातेंः

दिवाली को रोशनी का त्योहार माना जाता है.
यह त्योहार आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश की जीत, बुराई पर अच्छाई, और अज्ञानता पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है.
दिवाली को भगवान राम, माता सीता, और लक्ष्मण के 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या वापस आने की खुशी में मनाया जाता है.
दिवाली के अगले दिन गोवर्द्धन पूजा होती है. इसे अन्नकूट पर्व के नाम से भी जाना जाता है