उत्तर प्रदेश/अमेरिका। में तेजी से Triple E Virus, अपने पांव पसार रहा है। अब तक ये वायरस एक व्यक्ति की जान भी ले चुका है। मच्छर के काटने से आपने कई बीमारियों का नाम सुना होगा जिसमें डेंगू, मलेरिया आदि का नाम तो आप ने ज्यादा ही सुना होगा। लेकिन क्या आपको पता है? अमेरिका में यही मच्छर Triple E Virus जिसे ईस्टर्न इक्वाइन इन्सेफेलाइटिस के नाम से जाना जाता है वो लोगो मे तेजी से फैला रहे है। हैरानी की बात ये है कि,वायरस इंसान के नर्वस सिस्टम पर हमला करता है। जिसके बाद दिमाग में सूजन होता है और यही सूजन बढ़ने के बाद व्यक्ति की मौत हो जाती है। एक रिसर्च के मुताबिक,ये वायरस 15 वर्ष से कम और 50 वर्ष से ज्यादा आयु के लोग मे ज्यादा फैल रहा है।
कैसे पहचान Triple E Virus फैलाने वाले इस मच्छर को ?
Triple E Virus जैसा खतरनाक वायरस फैलाने वाला ये मच्छर देखने मे आम मच्छरो से छोड़ा अलग दिखाई देता है। ये गहरे काले रंग का होता है। जो ज्यादातर अमेरिका के जंगलों के बीच मौजूद कीचड़ में रहने वाले पक्षियों की अलग-अलग प्रजातियों में पाया जाता है। इस मच्छरों की कुछ प्रजातियां जो इंसानों और अन्य स्तनधारी जीवों को ट्रिपल ई वायरस से संक्रमित करते हैं। ये मच्छर संक्रमित पक्षियों को काटते हैं, वहां से खून के साथ वायरस ले लेते हैं। फिर जब ये इंसान को काटते है तो इंसान का नर्वस सिस्टम कमजोर होने लगता है। जिससे उसकी मौत भी हो सकती है।
Triple E वायरस से पीड़ित मरीज के लक्षण
बुखार
सिरदर्द
उल्टी
दस्त
दौरे पड़ना
व्यवहार में बदलाव
ठंड लगना
मांसपेशियों में दर्द
जोड़ों का दर्द