उत्तर प्रदेश/ लखनऊ। मे जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयेजित की गई। बैठक मे जिलाधिकारी ने नियमित टीकाकरण, बाल स्वास्थ्य, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, परिवार कल्याण कार्यक्रम,राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम सहित अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की। नियमित टीकाकरण की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने मानव संसाधन, इंफ्रा स्ट्रक्चर व उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए शून्य से पांच साल तक की आयु के सभी बच्चों का टीकाकरण किए जाने के निर्देश दिए । साथ ही कोविड की तर्ज पर शुरू किए गए यूविन पोर्टल की निगरानी केंद्र स्तर से की जा रही है इसलिए इसे अपडेट रखने और इसकी निगरानी करने के निर्देश दिए। जिससे नियमित टीकाकरण को लेकर सही डाटा पोर्टल पर उपलब्ध रहे।
बैठक मे सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान
बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि, सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर महिलाओं की सुरक्षा एवं सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं । महिलाओं के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था हो जो कि क्रियाशील अवस्था में हों। रात में अकेली महिला चिकित्सक या कर्मी की ड्यूटी न लगाई जाए वह भय मुक्त हो कर काम करें इसलिए अन्य महिला और पुरुष कर्मी की भी ड्यूटी लगाई जाए । महिलाओं की सुरक्षा के साथ किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए । कार्यस्थलों पर महिला सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है । जिलाधिकारी ने सुचारू रूप से कार्यों के सम्पादन के लिए निर्देश दिए कि “बडी व्यवस्था” को लागू करने के प्रयास करें (यानि छुट्टी पर गए कर्मी की जगह कोई और उस काम को जरुर से देखे ) जिससे कि किसी भी कर्मचारी की अनुपस्थिति में काम प्रभावित न हो । बैठक में जिलाधिकारी द्वारा बताया गया की राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत दो से 15 सितंबर तक कुष्ठ रोगी खोजी अभियान चलेगा ।अभियान को सफलतापूर्वक चलाने के लिए 4500 टीमें और 1857 सुपरवाइजर बनाए गए हैं।
बैठक मे तमाम विभागो के चिकित्सा अधिकारी रहे मौजूद
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एन.यादव, जिला टीकाकरण अधिकारी डा. ए.पी. मिश्रा, जिला क्षय रोग अधिकारी डा. ए.के.सिंहल, डा.गोपीलाल, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. ए.पी.सिंह, डा. के.डी.मिश्रा,डा. विनय मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. रितु श्रीवास्तव, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबंधक विष्णु प्रताप, जिला अस्पतालों के प्रतिनिधि, सभी सीएचसी के अधीक्षक व अन्य कर्मचारी, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च(सी फॉर), पाथ,यूएनडीपी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।