उत्तर प्रदेश/लखनऊ। रवींद्र जडेजा ने अपने पांचवें टेस्ट शतक से सिर्फ 14 रन पहले आउट हो गए। अभी तक उन्होंने 4 शतक जमाए हैं,जिसमें से 3 पिछले चार साल के अंदर आए हैं। ये वो 4 साल रहे हैं,जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे बड़े बल्लेबाज बुरी तरह फेल होते रहे हैं और एक-एक रन के लिए संघर्ष करते रहे हैं।
भारत-बांग्लादेश के बीच चेन्नई टेस्ट मैच के दूसरे दिन की सुबह रवींद्र जडेजा के लिए अच्छी साबित नहीं हुई। पहली पारी में रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर टीम इंडिया को मुश्किल हालात से बाहर निकालने वाले जडेजा के पास अपना शतक पूरा करने का मौका था लेकिन वो ऐसा नहीं कर सके। पहले दिन डटकर खेलते हुए 86 रन बनाने वाले जडेजा अगले दिन एक भी रन नहीं जोड़ सके और पांचवें टेस्ट शतक से चूक गए। जडेजा भले ही अपना शतक पूरा नहीं कर सके लेकिन इस पारी से एक बार फि उन्होंने बता दिया कि,वो टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में कितने भरोसेमंद बल्लेबाज बन चुके हैं और विराट कोहली,केएल राहुल,चेतेश्वर पुजारा जैसे दिग्गजों से बल्लेबाजों से बेहतर आंकड़े इसकी गवाही देते हैं।
अश्विन के साथ पारी को संभाला
चेन्नई टेस्ट के पहले दिन जब टीम इंडिया ने सिर्फ 144 रन पर 6 विकेट गंवा दिए थे,तब रवींद्र जडेजा क्रीज पर आए। उनसे पहले ही रोहित शर्मा,विराट कोहली,ऋषभ पंत और केएल राहुल जैसे अनुभवी बल्लेबाज पवेलियन लौट चुके थे। ऐसे मौके पर जडेजा ने अश्विन के साथ मिलकर पारी को संभाला। एक तरफ अश्विन ने अपने होम ग्राउंड पर शानदार शतक पूरा किया,वहीं जडेजा भी शतक के करीब पहुंच गए थे। दूसरे दिन 199 रन की ये साझेदारी जडेजा के विकेट के साथ टूटी।
करियर की पांचवीं सेंचुरी
जडेजा अगर ये शतक लगा लेते तो उनके करियर की पांचवीं सेंचुरी होती। इसके बावजूद पिछले 4 साल में जडेजा ने अपने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया को मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकालने का सिलसिला जारी रखा है। सबसे बड़ी बात ये है कि,उन्होंने लगभग हर परिस्थिति में ये रन बनाए हैं। ये रन तब आए हैं,जब कोहली,पुजारा,रहाणे,राहुल और अय्यर जैसे बल्लेबाज लगातार फेल होते रहे हैं। जो नाम यहां लिखे हैं,उनका मुख्य काम बल्लेबाजी करना ही है लेकिन पिछले 4 साल में उनका बैटिंग एवरेज भी जडेजा से कम रहा है।
कोहली-गिल और राहुल पर भारी
1 सितंबर 2020 से अब तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो कोहली ने 34.70 की औसत से 1631 रन,पुजारा ने 30.11 की औसत से 1355 रन,राहुल ने 32.33 की औसत से 873 रन,श्रेयस अय्यर ने 36.86 से 811 रन और रहाणे ने 25.70 की औसत से 874 रन और यहां तक कि,शुभमन गिल ने भी 35.44 की औसत से 1524 रन बनाए हैं। इन धुरंधर बल्लेबाजों की तुलना में छठे और सातवें नंबर पर बैटिंग करने वाले जडेजा ने 39.15 की औसत 1253 रन बनाए हैं। इसमें उन्होंने 3 शतक और 7 अर्धशतक लगाए हैं। यानि 10 बार पारी में 50 से ज्यादा के स्कोर।
जडेजा के बिना अधूरी टीम इंडिया
जिन बल्लेबाजों की बात ऊपर की गई है,उसमें सिर्फ गिल ने 4 शतक लगाए हैं,जबकि राहुल ने 3 सेंचुरी मारी। वहीं सिर्फ पुजारा ने 11 बार 50 से ज्यादा के स्कोर किए,जबकि कोहली ने 10 बार। कुल मिलाकर कोई भी बल्लेबाज ऐसा नहीं रहा है, जो जडेजा को हर मोर्चे पर शिकस्त दे पाए। इन रनों के अलावा जडेजा ने इसी अवधि में 22.51 की औसत से 83 टेस्ट विकेट भी हासिल किए हैं,जबकि इनमें से कोई भी खिलाड़ी एक भी विकेट नहीं ले सका है। इससे साबित होता है कि,जडेजा इस वक्त जडेजा के बिना टीम इंडिया कितनी अधूरी हो सकती हैं।