उत्तर प्रदेश/लखनऊ सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लोहिया में शनिवार को राममनोहर लोहिया की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण कर उन्हे श्रद्धाजलि अर्पित की । इस दौरान उन्होने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होने कहा कि, भाजपा सरकार महापुरूषो मे भेदभाव कर रही है। जबकी भारत को आजादी दिलाने में सबका साथ था। सभी महापुरूषो ने मिलकर देश को आजाद कराया था।
कल जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण रोकने के मुद्दे पर
अखिलेश ने कहा कि,जयप्रकाश जी ने सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान किया था। लेकिन सरकार को कल जैसा व्यवहार नहीं करना चाहिए था। यह कहना कि,आप नहीं जा सकते क्योंकि वहा जानवर हैं, तो जानवर तो हर जगह हैं, हर सड़क पर होते है। तो क्या हम भी सड़क पर नहीं चल सकते? यह सिर्फ समाजवादियों की कमी है, भाजपा का विकास उसके सामने फीका है। जेपीएनआईसी आज भी सबसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर लगता है। ये विध्वंसक लोग हैं। ये जातिवादी लोग हैं। हत्याओं को संतुलित करने के लिए ये एक के बाद एक हत्या करवाते रहते हैं।
मदरसों को बंद करने की एनसीपीसीआर की रिपोर्ट पर
अखिलेश ने कहा कि, यह देश सबका है। संविधान सबको अधिकार देता है। लेकिन ये लोग सब कुछ पलटना चाहते हैं। ये वो लोग हैं जो नफरत फैलाना चाहते हैं। भेदभाव करना चाहते हैं। जातियों को आपस में लड़ाकर राज करना चाहते हैं। लेकिन देश को यह अहसास हो रहा है कि भाजपा की भेदभाव की राजनीति काम नहीं होने वाली है।
मोहन भागवत के बयान पर
अखिलेश ने कहा कि, कौन क्या कह रहा है, यह महत्वपूर्ण नहीं है, जब भारत को अपनी विदेश नीति के तहत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश की रक्षा करनी चाहिए थी। तब ये लोग कहां थे? मुझे कुछ नहीं कहना है…यह देश सबका है..आजादी के बाद जब देश बना, तो सब साथ थे।मुसलमान भी साथ थे। मुसलमानों ने भी कुर्बानियां दी हैं। संविधान के अनुसार हमें सबको बराबर समझना होगा।
रेल दुर्घटनाओं पर सवाल
अखिलेश ने कहा कि, रेल मंत्रालय पर पहले भी कई सवाल उठ चुके हैं…उन्होंने कहा था कि, वे रेलवे में सुधार लायेगे और दुर्घटनाओं को भी कम करेंगे…उन्होंने कुछ सुधार लाने की कोशिश की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला…अगर पेपर लीक का कोई रिकॉर्ड टूटा है, तो वह रेल दुर्घटनाएं हैं।