उत्तर प्रदेश/लखनऊ के जनकल्याण आई हॉस्पिटल में 10 साल के अमन मिश्रा की आंख के ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई। अमन को दीपावली के दिन पटाखा जलाते समय आंख में इन्फेक्शन हो गया था। जिसके इलाज के लिए उसे सुल्तानपुर से लखनऊ लाया गया था। ऑपरेशन के लिए जनकल्याण आई हॉस्पिटल में भर्ती अमन को बेहोशी का इंजेक्शन दिया गया, लेकिन ऑपरेशन के बाद भी वह होश में नहीं आया।
बिना सूचना चैतन्य हॉस्पिटल में किया गया शिफ्ट
परिजनों के मुताबिक, ऑपरेशन के बाद बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे 600 मीटर दूर चैतन्य हॉस्पिटल में गुपचुप तरीके से शिफ्ट कर दिया गया। परिजनों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई और अस्पताल के डॉक्टर उन्हें लगातार गुमराह करते रहे। देर रात चैतन्य हॉस्पिटल ने बच्चे को मृत घोषित किया।
परिजनों ने अस्पताल में किया हंगामा
बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही परिजन जनकल्याण आई हॉस्पिटल पहुंचे और जमकर हंगामा किया। इस दौरान डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल छोड़कर चले गए। बच्चे के चाचा अर्जुन ने आरोप लगाया कि अस्पताल की लापरवाही के कारण ही अमन की मौत हुई है।
डॉक्टरों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग
परिजनों ने अस्पताल संचालक डॉ. जगदीश प्रसाद गुप्ता और डॉक्टरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराने की मांग की है। इस घटना के संबंध में गाजीपुर थाना इंस्पेक्टर विकास राय ने बताया कि शिकायत दर्ज कर ली गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।