उत्तर प्रदेश/लखनऊ। पुलिस सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा के पहले दिन ही सुरक्षा के कड़े के बीच ठगी का मामला सामने आया है। जहां श्रावस्ती में तैनात महिला सिपाही समेत एक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो पेपर बेचने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से पैसे वसूल रहे थे। गिरफ्तार महिला सिपाही का नाम पिंकी सोनकर है,और उसे गोरखपुर के बांसगांव से पकड़ा गया। उसके साथ पकड़े गए अन्य आरोपी का नाम देव प्रताप सिंह है,जो दिल्ली का रहने वाला है। महिला सिपाही के मोबाइल से पांच अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड और पैसे के लेनदेन की जानकारी प्राप्त हुई है। परीक्षा से पहले बीस हजार संदिग्ध अभ्यिर्थी भी पाए गए जिसके बाद इन अभ्यर्थियों से पैन कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट लाने को कहा गया । परीक्षा केंद्रो पर इनकी ईकेवाईसी कराई जाएगी और फिर इन अभ्यर्थी को पेपर देने दिया जाएगा। परीक्षा में नकल रोकने के लिए पुलिस और एसटीएफ लगातार अपराधियो पर नजर बनाए हुए है। नकल को रोकने के लिए प्रदेश में दो नोडल अधिकारियो की भी नियुक्ती की गई है। प्रदेश के 67 जनपदों में परीक्षा केंद्र बनाए गए है। पेपर दो पालियो मे संपन्न कराया जा रहा है। जिसमे से एक पाली की परीक्षा संपन्न भी हो चूकी है। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक पाली में 4104 अभ्यर्थी परीक्षा दें रहे है। हर जिले मे 20 परीक्षा केंद्र बनाए गए है साथ ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। जिससे की पेपर लीक होने से बचा जा सके। यूपी में 10 हजार से अधिक पुलिस कर्मी सुरक्षा व्यवस्था में लगाए गए हैं। परीक्षा केन्द्रों पर भी पुलिस बल की तैनाती है। परीक्षा के लिए एसटीएफ, क्राइम ब्रांच, एलआईयू व अन्य बड़ी एजेन्सियां 15 हजार से अधिक नम्बर सर्विलांस पर ले चुकी है। व्हाटसएप के साथ ही सोशल मीडिया व पर परीक्षा से जुड़ी हर सूचना पर नजर रखी जा रही है। एसटीएफ व क्राइम ब्रांच पूरी तरह सक्रिय है। रेलवे स्टेशनो से लेकर बस अड्डो पर भी पुलिस की कड़ी निगरानी है। डीजीपी प्रशांत कुमार खुद हर पल.पल की खबर पर नजर बनाए हुए है। योगी सरकार परीक्षा को नकली विहीन संपन्न करवाने के लिए पूरी तरह से कमर कस चुकी है।