उत्तर प्रदेश/लखनऊ। कोलकाता के हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या पर लगातार बवाल जारी है। लोग ममता सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए है। दिन पर दिन कोलकाता में हालात बद से बदतर होते जा रहे है। ममता सरकार कार्यवाही की बजाए घटना के साक्ष्य मिटाने और प्रदर्शन के खिलाफ दमनकारी नीति अपना रही है। जिससे लोगों का आक्रोश और चरम पर पहुंच रहा है।
राष्ट्रपति ने कहा कि ‘मै निराश और भयभीत हूॅ,
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू् के बयान के बाद अब न्याया की मांग करने वाले पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर रहे है। जिसको लेकर ममता सरकार ने पलटी मारते हुए इस प्रदर्शन का राजनीतिकरण करना शुरु कर दिया है। उन्होनें देश के तिरंगे को एक पार्टी के नाम से जोडने लगी है। जबकि ममता सरकार प्रदेश में बिगडती कानून व्यवस्था को सुधारने की कोशिश में लगातार असफल होती नजर आ रही है।
पश्विम बंगाल में कानून व्यवस्था बेहद खराब
कोलकाता के आर जी कॉलज में नौ अगस्त को एक ट्रेनी महिला डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गयी। इस घटना को लेकर कोलकाता प्रशासन और पुलिस लापरवाह नजर आए। कई पहलुओं पर पुलिस के आलाधिकारी ही साक्ष्यों से खिलवाड़ करने में सदिग्ध नजर आए। इसके बाद से लगातार पूरे देश में न्याय को लेकर प्रदर्शन जारी है।
कोलकाता की घटना पर क्यो बोली राष्ट्रपति
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा है कि,बेटियों के खिलाफ इस तरह के अपराध मंजूर नही है। मै निराश और भयभीत हूं। कोई सभ्य समाज अपनी बहन और बेटियों के साथ इस तरह के अत्याचार को बर्दाश्त नही कर सकता है। इस घटना पर डॉक्टर,छात्र और नागरिक प्रदर्शन कर रहे है जबकि अपराधी कहीं और धूम रहे थे। अब बहुत हुआ। समाज को आत्मनिरीक्षण करने की जरुरत है।