तमिलनाडु/चेन्नई। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह रविवार को अत्याधुनिक समुद्री बचाव समन्वय केंद्र भवन का उद्घाटन करेंगे। साथ ही पुदुचेरी में तटरक्षक वायु एन्क्लेव का भी उद्घाटन किया जाएगा। यह ऐतिहासिक अवसर समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय समन्वय में एक बड़ी प्रगति को दर्शाता है,जो भारतीय तटरेखा के साथ समुद्री सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। चेन्नई में क्षेत्रीय समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया केंद्र और पुडुचेरी में तटरक्षक वायु एन्क्लेव उद्घाटन समारोह में राज्य संगठनों के गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को चेन्नई में एक नवनिर्मित अत्याधुनिक भारतीय तटरक्षक बल समुद्री बचाव समन्वय केंद्र भवन का उद्घाटन करने वाले हैं। जिसके साथ वह दो अतिरिक्त प्रमुख सुविधाओं का भी उद्घाटन करेंगे। चेन्नई में क्षेत्रीय समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया केंद्र और पुडुचेरी में तटरक्षक वायु एन्क्लेव उद्घाटन समारोह में संघ और राज्य संगठनों के गणमान्य व्यक्तियों को भी शामिल किया जाएगा। चेन्नई में नई प्रतिष्ठित संरचना बनने के लिए तैयारी जारी है। जो समुद्र में संकट में फंसे नाविकों और मछुआरों के लिए समुद्री बचाव कार्यों के समन्वय और प्रभावशीलता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा। यह अत्याधुनिक सुविधा समुद्र में जीवन की सुरक्षा और गंभीर परिस्थितियों में प्रतिक्रिया सुनिश्चित कराने के लिए आईसीजी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। वही चेन्नई बंदरगाह परिसर में स्थित आईसीजी क्षेत्रीय समुद्री प्रदूषण प्रतिक्रिया केंद्र समुद्री प्रदूषण प्रबंधन में एक अग्रणी कदम उठाया जा रहा है। आरएमपीआरसी तटीय राज्यों से सटे जल में समुद्री प्रदूषण की घटनाओं व विशेष रूप से तेल और रासायनिक रिसाव के लिए प्रतिक्रियाओं के समन्वय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इन एमआरसीसी के तहत 36 समुद्री बचाव उप केंद्र (एमआरएससी) संचालित हैं।